बाइक चुराता है, टायर खुलवाता है और बाइक छोड़ जाता है चोर
श्रीगंगानगर। शहर में बाइक चोरी की इन दिनों अजीबो-गरीब घटनाएं हो रही हैं। अज्ञात चोर बाइक चुराता है। इसे साइकिल मिस्त्री के पास लेकर जाता है और दोनों रिम (टायर) खुलवा कर साथ लेकर फरार हो जाता है। ऐसे कई मामले पुलिस की निगाह में आये हैं। पुलिस बाइक चुराने वाले चोर को पकडऩे की बजाए बाइक मालिकों को सलाह देती है कि टायर नये डलवा लो, और अपनी बाइक लेकर घर चले जाओ। प्रदेश में सरकार का राज बदला है, लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली नहीं बदली। ऐसे उदाहरण पाठकों को नीचे दिए जा रहे हैं।
पहला मामला : 17 जनवरी को मीरा मार्ग से चहल चौक मार्ग पर एक फायनेंस कम्पनी के कार्यालय के आगे से मोटरसाइकिल नम्बर आरजे आरजे 13-एसक्यू-60-60 चोरी हो जाता है। बाइक मालिक संजय मारवाल तुरंत जवाहरनगर पुलिस थाना में पहुंचता है और बाइक चोरी के बारे में सूचना देते हुए प्रशासन की ओर से लगवाये गये सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने का गुहार लगाता है। पुलिस उसकी रिपोर्ट लेती है, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं करती। संजय बाइक चोर का पता लगाने के लिए पुलिस के अभय कमांड कन्ट्रोल रूम में पहुंचता है और फुटेज दिखाने की गुहार लगाता है। कन्ट्रोल रूम के कर्मचारी संबंधित पुलिस थाना के स्टाफ को ही फुटेज दिखाने की मजबूरी बता कर टरका देते हैं। इसी बीच गौशाला रोड़ शनि मंदिर के निकट विनोद साइकिल वक्र्स के संचालक विनोद कुमार ने 21 जनवरी को जवाहरनगर पुलिस को सूचना दी कि एक युवक बाइक के टायर निकवा कर वापिस आने का कह कर गया था, लेकिन आज तक वापिस नहीं आया। इस सूचना पर जवाहरनगर पुलिस थाना से एसआई ललिता राठौड़ पर पहुंचती है, तो पता चलता है कि यह बाइक तो संजय मारवाल की है। यह बाइक निजी फायनेंस कम्पनी के कार्यालय से चोरी हुई थी। पुलिस ने संजय मारवाल को मौके पर बुलाया और बाइक की पहचान करवाने के बाद सलाह दी कि इसके टायर डलवा लो और थाने में लिखित में दे दो, कि मैं कोई कार्रवाई नहीं चाहता। अब संजय मारवाल दुविधा में है, वह क्या करे। उसकी बाइक को सौभाग्य से मिल गई, लेकिन उसकी बाइक के दोनों रिम चोरी करने वाले पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती। यह बाइक दुकानदार विनोद के लिए भी परेशानी बनी हुई है।
उसने बताया कि अज्ञात युवक बाइक लेकर आया और बोला कि उसने दूसरे रिम डलवाने हैं। इन्हें खोल कर दे दो। फिर युवक चला गया और थोड़ी देर बाद एक्टिवा लेकर आया और दोनों रिम लेकर जाते हुए बोला कि अभी दूसरे रिम लेकर आयेगा, वह बाइक में डलवा लेगा, लेकिन आज तक वापिस नहीं आया।
चोरी के परिवाद की जांच अधिकारी एसआई ललिता राठौड़ से इस बारे में सम्पर्क किया, तो उन्होंने यह कहते हुए फोन ही काट दिया कि अभी मैं बाहर हूं। ऐसे पुलिस अधिकारी जो बात तक नहीं सुनना चाहते, वह चोर को पकडऩे में कितनी ईमानदारी से काम करते होंगे।
दूसरा मामला : सदर पुलिस थाना क्षेत्र से सेतिया कॉलोनी निवासी अवतार सिंह का मोटरसाइकिल चोरी हो गया। पुलिस ने इसका भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। यह मोटरसाइकिल भी सूरतगढ़ मार्ग पर जिला अस्पताल के सामने टायर पेन्चर लगाने वाले एक एक खोखे वाले के पास कई दिनों से खड़ा है। उसकी सूचना पर 22 जनवरी को सदर पुलिस के एएसआई दिनेश मीणा मौके पर पहुंचे, तो दुकानदार ने बताया कि एक युवक बाइक लेकर आया था और बोला दोनों रिम खोल दो, दूसरे लगवाने है। युवक रिम लेकर चला गया और मोटरसाइकिल उसके पास छोड़ गया, आज तक वापिस नहीं लौटा। अज्ञात चोर ने टायर खुलवाये और फिर गायब हो गया।
तीसरा मामला : सदर पुलिस थाना क्षेत्र से गत दिवस चोरी हुआ मोटरसाइकिल गांव कालियां के निकट नहर किनारे लावारिस मिलता है। ग्रामीणों की सूचना पर एएसआई दिनेश मीणा मौके पर पहुंचते हैं। इस बाइक के भी दोनों रिम गायब हैं। अज्ञात चोरों ने इस बाइक को चोरी करके किसी मिस्त्री से दोनों रिम खुलवाये और बाइक को नहर किनारे लावारिस फैंक दिया। बिना रिम की बाइक बरामद करने की पुष्टि करते हुए एएसआई दिनेश मीणा ने बताया कि अज्ञात चोर एक की तरह की घटनाएं लगातार कर रहा है। उसकी तलाश करवाई जा रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
चौथा मामला : जवाहरनगर पुलिस थाना क्षेत्र में ही कंगन पैलेस के सामने सड़क पर टायर पेन्चर लगाने का खोखा चलाने वाले दुकानदार के भी बिना रिम के मोटरसाइकिल खड़े होने की जानकारी मिली है। इस दुकानदार के पास भी अज्ञात युवक चोरी का मोटरसाइकिल लेकर आया और दोनों रिम खुलवा कर ले गया, लेकिन वापिस नहीं आया। दुकानदार की सूचना पर पुलिस ने बाइक को बरामद कर लिया था।
पहला मामला : 17 जनवरी को मीरा मार्ग से चहल चौक मार्ग पर एक फायनेंस कम्पनी के कार्यालय के आगे से मोटरसाइकिल नम्बर आरजे आरजे 13-एसक्यू-60-60 चोरी हो जाता है। बाइक मालिक संजय मारवाल तुरंत जवाहरनगर पुलिस थाना में पहुंचता है और बाइक चोरी के बारे में सूचना देते हुए प्रशासन की ओर से लगवाये गये सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने का गुहार लगाता है। पुलिस उसकी रिपोर्ट लेती है, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं करती। संजय बाइक चोर का पता लगाने के लिए पुलिस के अभय कमांड कन्ट्रोल रूम में पहुंचता है और फुटेज दिखाने की गुहार लगाता है। कन्ट्रोल रूम के कर्मचारी संबंधित पुलिस थाना के स्टाफ को ही फुटेज दिखाने की मजबूरी बता कर टरका देते हैं। इसी बीच गौशाला रोड़ शनि मंदिर के निकट विनोद साइकिल वक्र्स के संचालक विनोद कुमार ने 21 जनवरी को जवाहरनगर पुलिस को सूचना दी कि एक युवक बाइक के टायर निकवा कर वापिस आने का कह कर गया था, लेकिन आज तक वापिस नहीं आया। इस सूचना पर जवाहरनगर पुलिस थाना से एसआई ललिता राठौड़ पर पहुंचती है, तो पता चलता है कि यह बाइक तो संजय मारवाल की है। यह बाइक निजी फायनेंस कम्पनी के कार्यालय से चोरी हुई थी। पुलिस ने संजय मारवाल को मौके पर बुलाया और बाइक की पहचान करवाने के बाद सलाह दी कि इसके टायर डलवा लो और थाने में लिखित में दे दो, कि मैं कोई कार्रवाई नहीं चाहता। अब संजय मारवाल दुविधा में है, वह क्या करे। उसकी बाइक को सौभाग्य से मिल गई, लेकिन उसकी बाइक के दोनों रिम चोरी करने वाले पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती। यह बाइक दुकानदार विनोद के लिए भी परेशानी बनी हुई है।
उसने बताया कि अज्ञात युवक बाइक लेकर आया और बोला कि उसने दूसरे रिम डलवाने हैं। इन्हें खोल कर दे दो। फिर युवक चला गया और थोड़ी देर बाद एक्टिवा लेकर आया और दोनों रिम लेकर जाते हुए बोला कि अभी दूसरे रिम लेकर आयेगा, वह बाइक में डलवा लेगा, लेकिन आज तक वापिस नहीं आया।
चोरी के परिवाद की जांच अधिकारी एसआई ललिता राठौड़ से इस बारे में सम्पर्क किया, तो उन्होंने यह कहते हुए फोन ही काट दिया कि अभी मैं बाहर हूं। ऐसे पुलिस अधिकारी जो बात तक नहीं सुनना चाहते, वह चोर को पकडऩे में कितनी ईमानदारी से काम करते होंगे।
दूसरा मामला : सदर पुलिस थाना क्षेत्र से सेतिया कॉलोनी निवासी अवतार सिंह का मोटरसाइकिल चोरी हो गया। पुलिस ने इसका भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। यह मोटरसाइकिल भी सूरतगढ़ मार्ग पर जिला अस्पताल के सामने टायर पेन्चर लगाने वाले एक एक खोखे वाले के पास कई दिनों से खड़ा है। उसकी सूचना पर 22 जनवरी को सदर पुलिस के एएसआई दिनेश मीणा मौके पर पहुंचे, तो दुकानदार ने बताया कि एक युवक बाइक लेकर आया था और बोला दोनों रिम खोल दो, दूसरे लगवाने है। युवक रिम लेकर चला गया और मोटरसाइकिल उसके पास छोड़ गया, आज तक वापिस नहीं लौटा। अज्ञात चोर ने टायर खुलवाये और फिर गायब हो गया।
तीसरा मामला : सदर पुलिस थाना क्षेत्र से गत दिवस चोरी हुआ मोटरसाइकिल गांव कालियां के निकट नहर किनारे लावारिस मिलता है। ग्रामीणों की सूचना पर एएसआई दिनेश मीणा मौके पर पहुंचते हैं। इस बाइक के भी दोनों रिम गायब हैं। अज्ञात चोरों ने इस बाइक को चोरी करके किसी मिस्त्री से दोनों रिम खुलवाये और बाइक को नहर किनारे लावारिस फैंक दिया। बिना रिम की बाइक बरामद करने की पुष्टि करते हुए एएसआई दिनेश मीणा ने बताया कि अज्ञात चोर एक की तरह की घटनाएं लगातार कर रहा है। उसकी तलाश करवाई जा रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
चौथा मामला : जवाहरनगर पुलिस थाना क्षेत्र में ही कंगन पैलेस के सामने सड़क पर टायर पेन्चर लगाने का खोखा चलाने वाले दुकानदार के भी बिना रिम के मोटरसाइकिल खड़े होने की जानकारी मिली है। इस दुकानदार के पास भी अज्ञात युवक चोरी का मोटरसाइकिल लेकर आया और दोनों रिम खुलवा कर ले गया, लेकिन वापिस नहीं आया। दुकानदार की सूचना पर पुलिस ने बाइक को बरामद कर लिया था।

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