याचिका दाखिल करने के एक हफ्ते के भीतर होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया सर्कुलर
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल होने वाली हर याचिका अब एक हफ्ते के भीतर सुनवाई के लिए आ जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक नई पहल करते हुए एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है जिसें याचिका दाखिल होने के एक हफ्ते के भीतर ऑटोमैटिक तरीकेसे सूचीबद्ध हो जाएगी। यह सिस्टम चार फरवरी से प्रभावी होगी। सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने बुधवार को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया है। मालूम हो कि गत 23 जनवरी को चीफ जस्टिस ने कहा था कि हम यह प्रयास कर रहे हैं कि नए मामलों की सुनवाई पांच दिनों के भीतर हो जाए। वास्तव में चीफ जस्टिस रंजन गोगई मेंसनिंग केप्रचलन से निजात पाना चाहते हैं। उनका मानना है कि इसकी वजह से अदालत का बेशकीमती वक्त नष्ट होता है। सनद रहे कि रोजाना चीफ जस्टिस की अदालत में मेंसनिंग के लिए वकीलों की लंबी लाइन रहती है।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल होने वाली हर याचिका अब एक हफ्ते के भीतर सुनवाई के लिए आ जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक नई पहल करते हुए एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है जिसें याचिका दाखिल होने के एक हफ्ते के भीतर ऑटोमैटिक तरीकेसे सूचीबद्ध हो जाएगी। यह सिस्टम चार फरवरी से प्रभावी होगी। सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने बुधवार को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया है। मालूम हो कि गत 23 जनवरी को चीफ जस्टिस ने कहा था कि हम यह प्रयास कर रहे हैं कि नए मामलों की सुनवाई पांच दिनों के भीतर हो जाए। वास्तव में चीफ जस्टिस रंजन गोगई मेंसनिंग केप्रचलन से निजात पाना चाहते हैं। उनका मानना है कि इसकी वजह से अदालत का बेशकीमती वक्त नष्ट होता है। सनद रहे कि रोजाना चीफ जस्टिस की अदालत में मेंसनिंग के लिए वकीलों की लंबी लाइन रहती है।
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