दिल्ली पुलिस मांगती रही 10 हजार रिश्वत
- शख्स की चली गई जान
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है. रिश्वत मांग रही दिल्ली पुलिस की लापरवाही से एक शख्स की जान चली गई. वाकया दिल्ली के ओखला का है. 10 हजार रुपयों की मांग कर रही दिल्ली पुलिस पेशे से टेम्पो ड्राइवर धर्मेन्द्र को समय पर अस्पताल नहीं ले गई. जिसके चलते धर्मेंद्र ने घायल अवस्था में ही सड़क पर दम तोड़ दिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने चारों आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. वहीं दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया है. बताया गया कि 19 जनवरी को रात धर्मेंद्र की गाड़ी ने कोतवाली इलाके में दिल्ली पुलिस के बेरीकेड्स को टक्कर मार दी थी. जिसके बाद पुलिस से बचने के डर से धर्मेंद्र अपनी गाड़ी लेकर मौके से निकल गया. हालांकि घटना के बाद कोतवाली इलाके के चार पुलिसकर्मी धर्मेंद्र की गाड़ी का पीछा करने लगे. तभी गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर धर्मेंद्र का टेम्पो पलट गया. इस दौरान खून से लहू-लुहान धर्मेंद्र को पुलिस कर्मी अस्पताल ले जाने के बजाय उसके घरवालों को मौके पर बुलाकर धर्मेंद्र के खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी देने लगे. केस दर्ज न करने के एवज में पुलिसकर्मियों ने 10 हजार रुपयों की मांग की. यहां तक कि सुबह चार बजे तक न तो पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई न परिजनों को ले जाने दिया. तब तक धर्मेंद्र की मौत हो गई. इस संबंध में परिजनों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है. रिश्वत मांग रही दिल्ली पुलिस की लापरवाही से एक शख्स की जान चली गई. वाकया दिल्ली के ओखला का है. 10 हजार रुपयों की मांग कर रही दिल्ली पुलिस पेशे से टेम्पो ड्राइवर धर्मेन्द्र को समय पर अस्पताल नहीं ले गई. जिसके चलते धर्मेंद्र ने घायल अवस्था में ही सड़क पर दम तोड़ दिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने चारों आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. वहीं दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया है. बताया गया कि 19 जनवरी को रात धर्मेंद्र की गाड़ी ने कोतवाली इलाके में दिल्ली पुलिस के बेरीकेड्स को टक्कर मार दी थी. जिसके बाद पुलिस से बचने के डर से धर्मेंद्र अपनी गाड़ी लेकर मौके से निकल गया. हालांकि घटना के बाद कोतवाली इलाके के चार पुलिसकर्मी धर्मेंद्र की गाड़ी का पीछा करने लगे. तभी गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर धर्मेंद्र का टेम्पो पलट गया. इस दौरान खून से लहू-लुहान धर्मेंद्र को पुलिस कर्मी अस्पताल ले जाने के बजाय उसके घरवालों को मौके पर बुलाकर धर्मेंद्र के खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी देने लगे. केस दर्ज न करने के एवज में पुलिसकर्मियों ने 10 हजार रुपयों की मांग की. यहां तक कि सुबह चार बजे तक न तो पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई न परिजनों को ले जाने दिया. तब तक धर्मेंद्र की मौत हो गई. इस संबंध में परिजनों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
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