बीसलपुर बांध में पानी की आवक धीमी, फिर भी लबालब
इस साल बीसलपुर बांध के गेट देरी से बंद होने से बांध गत साल के मुकाबले कम खाली होगा, इससे पानी की कमी नहीं आएगी।
टोंक जिले का बीसलपुर बांध इस समय पूरी क्षमता से भरा हुआ है। पानी की आवक धीमी पडऩे और सभी गेट बंद होने के बावजूद बांध का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। एक्सपट्र्स का अनुमान है कि इस बार बांध नवंबर तक खाली नहीं होगा, जिससे जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों की पेयजल और सिंचाई जरूरतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस साल बीसलपुर बांध से लगातार 90 दिन तक पानी निकासी की गई, जो अब तक का सबसे लंबा रिकॉर्ड है।
बीसलपुर बांध में दो दिन पहले मंगलवार सुबह 9 बजे सभी गेट बंद कर दिए गए। टोंक, जयपुर और अजमेर जिलों के लिए रोजाना लगभग 1000 एमएलडी पानी की खपत होती है।
टोंक जिले का बीसलपुर बांध इस समय पूरी क्षमता से भरा हुआ है। पानी की आवक धीमी पडऩे और सभी गेट बंद होने के बावजूद बांध का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। एक्सपट्र्स का अनुमान है कि इस बार बांध नवंबर तक खाली नहीं होगा, जिससे जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों की पेयजल और सिंचाई जरूरतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस साल बीसलपुर बांध से लगातार 90 दिन तक पानी निकासी की गई, जो अब तक का सबसे लंबा रिकॉर्ड है।
बीसलपुर बांध में दो दिन पहले मंगलवार सुबह 9 बजे सभी गेट बंद कर दिए गए। टोंक, जयपुर और अजमेर जिलों के लिए रोजाना लगभग 1000 एमएलडी पानी की खपत होती है।

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