आईआईटी जोधपुर का कमाल : पेयजल मेंआर्सेनिक प्रदूषण का चलेगा पता
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर में सुरक्षित व सुलभ पेयजल सुनिश्चित करने की दिशा में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ.महेश कुमार व उनकी टीम ने जल स्रोतों में आर्सेनिक प्रदूषण का मौके पर ही पता लगाने के लिए कम लागत का महत्वपूर्ण उपकरण विकसित किया है। भूजल में आर्सेनिक विषाक्तता सूक्ष्म स्तरों पर भी जानलेवा बीमारियों का कारण बनती हैं।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक को कम करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। उपयोगिता और पहुंच के लिए डिजाइन किए इस उपकरण को जटिल प्रयोगशाला बुनियादी ढांचे या कुशल कर्मियों की आवश्यकता नहीं रहेंगी इसे सीधे ही क्षेत्र में संचालित किया जा सकता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक को कम करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। उपयोगिता और पहुंच के लिए डिजाइन किए इस उपकरण को जटिल प्रयोगशाला बुनियादी ढांचे या कुशल कर्मियों की आवश्यकता नहीं रहेंगी इसे सीधे ही क्षेत्र में संचालित किया जा सकता है।
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