द्वारिकाधीश मंदिर से चूंदड़ी गणगौर महोत्सव की सवारी
राजसमंद में 5 दिवसीय गणगौर महोत्सव के अंतर्गत द्वारिकाधीश मंदिर से चूंदड़ी गणगौर की सवारी का आयोजन हुआ। सवारी के आकर्षण में ईशर-गणगौर माता की सजावट, प्रभु श्री द्वारिकाधीश की छवि, तुरही, बांकिया, नगाड़े और बैंड-बाजों की टीम शामिल थी जिन्होंने वातावरण को उत्सवी बना दिया।
सवारी में आगे में ढोल-नंगाड़े, हाथी और 25 घोड़ों के साथ ऊंट शामिल थे। बालिकाएं लहंगा-चूंदड़ी पहनकर अपने सिर पर जल कलश के साथ चल रही थीं। शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण जैसी देवी-देवताओं की झांकियां लोगों को भक्तिमय बना रही थीं। ये सवारी बाल कृष्ण स्टेडियम पहुंचने पर महिलाओं द्वारा पारंपरिक गीत और नृत्य के साथ स्वागत किया गया। महोत्सव में शनिवार को हरी गणगौर की सवारी भी निकलेगी।
सवारी में आगे में ढोल-नंगाड़े, हाथी और 25 घोड़ों के साथ ऊंट शामिल थे। बालिकाएं लहंगा-चूंदड़ी पहनकर अपने सिर पर जल कलश के साथ चल रही थीं। शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण जैसी देवी-देवताओं की झांकियां लोगों को भक्तिमय बना रही थीं। ये सवारी बाल कृष्ण स्टेडियम पहुंचने पर महिलाओं द्वारा पारंपरिक गीत और नृत्य के साथ स्वागत किया गया। महोत्सव में शनिवार को हरी गणगौर की सवारी भी निकलेगी।
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