अनूपगढ़ जिला खत्म होने के बाद अब धीरे-धीरे स्थिर होने लगा प्रोपर्टी बाजार
गत वर्ष 28 दिसंबर को राज्य सरकार की ओर से अनूपगढ़ जिले को समाप्त कर देने से कई उतार-चढ़ाव आए हैं। शुरू में सबसे बड़ा झटका यहां के प्रोपर्टी बाजार को लगा।
लोगों का कहना है कि अब बाजार धीरे-धीरे स्थिर होने लगा है। अगस्त 2024 में अनूपगढ़ जिला बनने के बाद यहां की प्रोपर्टी में रातोंरात उछाल आ गया। यहां तक कि जिन लोगों ने पूर्व में सौदे कर रखे थे, उन्होंने डबल साई देकर सौदे कैंसिल कर दिए थे। जिला निरस्त होने के बाद यहां निवेश करने वाले उद्यमियों ने हाथ पीछे खींच लिए, जिससे प्रोपर्टी के रेट एक बार 20-30 प्रतिशत डाउन हो गए। करीब तीन माह बाद अब धीरे-धीरे रेट स्थिर होने लगे हैं। वहीं प्रोपर्टी व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि यहां रेट ज्यादा डाउन नहीं हुए हैं, जिला समाप्त होने से ग्राहकी कमजोर हुई है।
लोगों का कहना है कि अब बाजार धीरे-धीरे स्थिर होने लगा है। अगस्त 2024 में अनूपगढ़ जिला बनने के बाद यहां की प्रोपर्टी में रातोंरात उछाल आ गया। यहां तक कि जिन लोगों ने पूर्व में सौदे कर रखे थे, उन्होंने डबल साई देकर सौदे कैंसिल कर दिए थे। जिला निरस्त होने के बाद यहां निवेश करने वाले उद्यमियों ने हाथ पीछे खींच लिए, जिससे प्रोपर्टी के रेट एक बार 20-30 प्रतिशत डाउन हो गए। करीब तीन माह बाद अब धीरे-धीरे रेट स्थिर होने लगे हैं। वहीं प्रोपर्टी व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि यहां रेट ज्यादा डाउन नहीं हुए हैं, जिला समाप्त होने से ग्राहकी कमजोर हुई है।
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