बरसाने की गलियों में हुरियारों पर बरसेंगे लट्ठ
रंगीली गली में हुरियारिन सज-धज तैयार, 10 किमी में भीड़...रंग और गुलाल
मथुरा में बरसाने की रंगीली गलियों में हुरियारिन सज-धजकर तैयार हैं। हाथ में तेल लगी लाठी और चेहरे पर घूंघट। हुरियारे भी भगवान कृष्ण के गांव नंदगांव से ढाल लेकर 50किमी दूर बरसाना पहुंच गए हैं।
थोड़ी ही देर में हुरियारिन नंदगाव से आए सखाओं पर लाठी बरसाएंगी। वह भी गीत गाते ढाल से अपना बचाव करेंगे। बरसाने की वल्र्ड फेमस होली देखने के लिए देश-विदेश से करीब 10 लोग मथुरा पहुंचे हैं।
बरसाने की गलियां एकदम फुल हैं। हर तरफ अबीर-गुलाल उड़ रहा है। जगह-जगह टुकडिय़ों में हुरियारिन लट्ठ लेकर खड़ी हैं। रंगीली गली की सावित्री कहती हैं- जब हम लोग होली खेलते हैं, तो ऐसा लगता है कि किशोरीजी (राधा) हमारे साथ हैं और ठाकुरजी हमारे सामने बैठे हैं।
मथुरा में बरसाने की रंगीली गलियों में हुरियारिन सज-धजकर तैयार हैं। हाथ में तेल लगी लाठी और चेहरे पर घूंघट। हुरियारे भी भगवान कृष्ण के गांव नंदगांव से ढाल लेकर 50किमी दूर बरसाना पहुंच गए हैं।
थोड़ी ही देर में हुरियारिन नंदगाव से आए सखाओं पर लाठी बरसाएंगी। वह भी गीत गाते ढाल से अपना बचाव करेंगे। बरसाने की वल्र्ड फेमस होली देखने के लिए देश-विदेश से करीब 10 लोग मथुरा पहुंचे हैं।
बरसाने की गलियां एकदम फुल हैं। हर तरफ अबीर-गुलाल उड़ रहा है। जगह-जगह टुकडिय़ों में हुरियारिन लट्ठ लेकर खड़ी हैं। रंगीली गली की सावित्री कहती हैं- जब हम लोग होली खेलते हैं, तो ऐसा लगता है कि किशोरीजी (राधा) हमारे साथ हैं और ठाकुरजी हमारे सामने बैठे हैं।
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