आठ महीने बाद हत्या में बदला आत्महत्या का मामला
-आरोपियों ने हत्या के बाद पटरियों पर फेंक दिया था शव
श्रीगंगानगर। जिले के श्रीबिजयनगर थाना क्षेत्र में आठ महीने बाद आत्महत्या का मामला हत्या में तब्दील हो गया है। पहले इस मामले में मर्ग दर्ज हुई थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद शव को पटरियों पर फेंक दिया था। पुलिस ने अब हत्या के आरोप में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस थाना प्रभारी नाहर सिंह ने बताया कि 19 मई 2019 को कल्याण रेलवे स्टेशन के नजदीक अज्ञात के रेलगाड़ी तले कटने से मौत हो गई थी। उस समय मृतक की पहचान जगदीश पुत्र गोविन्दराम निवासी 21 जीबी के रूप में हुई थी। मृतक के भाई पालाराम ने इस संबंध में रिपोर्ट देकर मर्ग करवाई थी। उसने हत्या का संदेह का भी जताया था। इस पर जांच की गई। इसमें यह तथ्य सामने आया कि हत्या करने के बाद जगदीश का शव रेल पटरियों पर फेंका गया था ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच से हत्या होने की जानकारी सामने आने के बाद जीआरपी ने पुलिस थाना में सूचना दी है। इस पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की गई है।
श्रीगंगानगर। जिले के श्रीबिजयनगर थाना क्षेत्र में आठ महीने बाद आत्महत्या का मामला हत्या में तब्दील हो गया है। पहले इस मामले में मर्ग दर्ज हुई थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद शव को पटरियों पर फेंक दिया था। पुलिस ने अब हत्या के आरोप में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस थाना प्रभारी नाहर सिंह ने बताया कि 19 मई 2019 को कल्याण रेलवे स्टेशन के नजदीक अज्ञात के रेलगाड़ी तले कटने से मौत हो गई थी। उस समय मृतक की पहचान जगदीश पुत्र गोविन्दराम निवासी 21 जीबी के रूप में हुई थी। मृतक के भाई पालाराम ने इस संबंध में रिपोर्ट देकर मर्ग करवाई थी। उसने हत्या का संदेह का भी जताया था। इस पर जांच की गई। इसमें यह तथ्य सामने आया कि हत्या करने के बाद जगदीश का शव रेल पटरियों पर फेंका गया था ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच से हत्या होने की जानकारी सामने आने के बाद जीआरपी ने पुलिस थाना में सूचना दी है। इस पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की गई है।
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