Breaking News

जिला मुख्यालय के नजदीक पहुंची टिड्डियां

- किसान अपने स्तर पर कर रहे फसलों को बचाने के उपाय
श्रीगंगानगर। रावला-घड़साना से शुरू हुई टिड्डियों की दहशत अब जिला मुख्यालय के आस पास के चकों तक पहुंच गई है। बुधवार शाम को लालगढ़ जाटान गांव के नजदीकी चकों में टिड्डियों के आने से किसान परेशान हो उठे। इसी के साथ गुरुवार सुबह रीको के पास 11 एलएनपी, 17 एमएल का एरिया टिड्डियों की चपेट में बताया जा रहा है। यहां अभी तक कृषि विभाग की मदद नहीं पहुंची है। किसान खुद ही पीपे, बर्तन व ढोल बजाकर टिड्डियों को उड़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
 जिला मुख्यालय के नजदीक कई जगह छितराई हुई फसलों पर भी टिड्डियां बैठी हैं। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते टिड्डी नियंत्रण उपायों का रोजाना ब्यौरा ले रहे हैं। कृषि विभाग ने उन्हें अब तक 22 हजार 451 हेक्टेयर एरिया टिड्डियों से प्रभावित होना बताया है।
जिले के 24 एफएफ , लोहारा, हरनोली, 54 एफ , 55 एफ , 4 एफएफ , 37 बीबी, 38 बीबी, 36  बीबी में टिड्डियों की संख्या काफी है। इसके अलावा 32 पीएस, 78 एनपी, 77 एनपी आदि गांव टिड्डी प्रभावित हैं।
श्रीकरणपुर क्षेत्र में कुछ जगह टिड्डियां पेड़ों पर डेरा डाले हुए हैं। आज सुबह उपखण्ड अधिकारी मूलचंद लूनियां, तहसीलदार गोकुलदान, सहायक कृषि निदेशक राजपाल झाझडिय़ा, पर्यवेक्षक सरिता मीणा ने 54 एफ दानेवाला, 51 एफ लालबाई के बरानी व नहरी क्षेत्रों में टिड्डी नियंत्रण के उपायों की जानकारी ली। मौके पर किसानों ने आरोप लगाया कि कृषि अधिकारी स्प्रे के लिए पूरी दवा ही उपलब्ध नहीं करवा रहे। इस पर पर्यवेक्षक सरिता ने एसडीएम को बताया कि सुबह से आठ ट्रेक्टर व एक टैंकर की मदद से स्प्रे करवाया जा रहा है। 20 लीटर से अधिक दवा का छिड़काव किया जा चुका है। दवा कम पडऩे पर 4 एफ सी से और मंगवा ली गई है।
कृषि विभाग के अधिकारियों को  लोहारां,  चक 7 एमएल, 4 एमएल, ताखरांवाली, रोहिड़ांवाली, 8 बीबी, 36 नेतेवाला, 5 एलएनपी, 6 एलएनपी, मिर्जेवाला, दौलतपुरा, रीको आदि क्षेत्रों से भी टिड्डियों के हमले से फसलों को नुकसान की सूचनाएं मिल रही हैं।
किए जा रहे हैं नियंत्रण के उपाय
कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. जीआर मटोरिया के अनुसार जिले में 22 हजार 451 हैक्टेयर में टिड्डियों के आतंक की जानकारी किसानों से मिली है। रायसिंहनगर, श्रीकरणपुर, गजसिहंपुर, रावला, केसरीसिंहपुर, चूनावढ़ सहित सभी प्रभावित इलाकों में 50-60 ट्रेक्टरों की मदद से स्प्रे करवाया जा रहा है। टिड्डी नियंत्रण दल भी सक्रिय है। किसान भी अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। स्थिति में पहले से सुधार है। जिला मुख्यालय के आस पास टिड्डियों के आने की सूचना तो मिल रही है। सर्वे करवाया जा रहा है।

No comments