मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों से एनजीटी के निर्देशों की पालना के बारे में मांगी रिपोर्ट
- कचरा निस्तारण का ठोस प्रबंध करने के निर्देश
श्रीगंगानगर। राज्य सरकार के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने आज प्रदेश के जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल) के आदेशों की पालना के संबंध में रिपोर्ट मांगते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने वीसी में भाग लेते हुए जिले भर में कचरा निस्तारण के लिए अब तक किए गये प्रबंधों के बारे में जानकारी दी।
मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया कि कचरा ठोस प्रबंधन पर फोकस करके कार्यवाही करें। कचरे का निस्तारण नहीं होने पर आने वाले समय में भूमि कम पड़ जायेगी। जिला कलेक्टर अपने पूरे जिले मेें नगर पालिका क्षेत्र में कचरा निस्तारण के लिए कार्यवाही करें। जिन इलाकों में कचरा डम्पिंग पोइंट नहीं है, वहां पोइंट बनाये जाये। गंदे नालों का पानी नहरों व नदियों में किसी भी सूरत में नहीं जाना चाहिए। प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद किया जाये, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रह सके। प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए आम लोगों को जागरूक किया जाये। इसके लिए जागरूगता कार्यक्रम चलाए जायें।
मुख्य सचिव ने अधिकांश जिलों में कचरे का निस्तारण नहीं होने पर संग्रह केन्द्र की भूमि कम पड़ रही है। इससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कचरे का ठोस निस्तारण जरूरी है।
वीसी के दौरान जिला कलेक्टर ने नगर पालिका क्षेत्र में कचरा निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि कुछ कस्बों में भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कर ली गई है। कई जगहों पर आमजन का विरोध हो रहा है। इसका समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। कचरा ठोस प्रबंधन के लिए भूमि तलाशी जा रही है। इस कार्य को अतिशीघ्र पूरा करने के लिए नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है।
श्रीगंगानगर। राज्य सरकार के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने आज प्रदेश के जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल) के आदेशों की पालना के संबंध में रिपोर्ट मांगते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने वीसी में भाग लेते हुए जिले भर में कचरा निस्तारण के लिए अब तक किए गये प्रबंधों के बारे में जानकारी दी।
मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया कि कचरा ठोस प्रबंधन पर फोकस करके कार्यवाही करें। कचरे का निस्तारण नहीं होने पर आने वाले समय में भूमि कम पड़ जायेगी। जिला कलेक्टर अपने पूरे जिले मेें नगर पालिका क्षेत्र में कचरा निस्तारण के लिए कार्यवाही करें। जिन इलाकों में कचरा डम्पिंग पोइंट नहीं है, वहां पोइंट बनाये जाये। गंदे नालों का पानी नहरों व नदियों में किसी भी सूरत में नहीं जाना चाहिए। प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद किया जाये, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रह सके। प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए आम लोगों को जागरूक किया जाये। इसके लिए जागरूगता कार्यक्रम चलाए जायें।
मुख्य सचिव ने अधिकांश जिलों में कचरे का निस्तारण नहीं होने पर संग्रह केन्द्र की भूमि कम पड़ रही है। इससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कचरे का ठोस निस्तारण जरूरी है।
वीसी के दौरान जिला कलेक्टर ने नगर पालिका क्षेत्र में कचरा निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि कुछ कस्बों में भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कर ली गई है। कई जगहों पर आमजन का विरोध हो रहा है। इसका समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। कचरा ठोस प्रबंधन के लिए भूमि तलाशी जा रही है। इस कार्य को अतिशीघ्र पूरा करने के लिए नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है।
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