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मंदे में भी दस करोड़ का बारूद फंूकने की तैयारी

- बाजार में पटाखों का भण्डारण, प्रशासन को शिकायत
श्रीगंगानगर। शहर में दीपावली पर करीब दस करोड़ के पटाखे (बारूद) फूंकने की तैयारी की जा रही है। यह तैयारी आतिशबाजी के शौकीन लोगों ने नहीं, बल्कि थोक पटाखा विक्रेताओं ने की है। शहर में पटाखों का थोक कारोबार करने वाले दस प्रमुख व्यपारी हैं।
इनमें भी एक इसी साल शामिल हुआ है। इन सभी ने इस बार दीपावली के सीजन के लिए 8 से 10 करोड़ के माल का भण्डारण कर रखा है। इसमें से भी सदर बाजार के एक नए पटाखा व्यपारी ने अकेले ही चार से पांच करोड़ का माल खपाने का लक्ष्य रखते हुए बारूद का भण्डारण किया है।
पिछले साल दीपावली का सीजन बहुत ज्यादा अच्छा नहीं रहा था। इस बार भी मंदी का साया बताया जा रहा है। पिछले साल दीपावली पर शहर में करीब अढ़ाई करोड़ के पटाखों की बिक्री हुई थी जबकि माल करीब चार करोड़ का मंगवाया गया था। इसके बावजूद करोड़ों के पटाखे शहर के बाजार में बेचने के लिए मंगवाया जाना हैरान करने वाला है। थोक विक्रेताओं ने भले ही अच्छे सीजन की उम्मीद के साथ दुकानें व गोदाम पटाखों से भर लिए हों, लेकिन अभी तक पटाखों की बिक्री शुरू नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि हर साल छोटे दुकानदार दीपावली के लिए 15 अगस्त से दशहरे के बीच माल की खरीद कर लेते हैं। इस बार ऐसा नजर नहीं आ रहा। होलसेलरों को अब दशहरे के बाद काम में तेजी की उम्मीद है।
नेगेटिव रिपोर्ट, फिर भी लाइसेंस जारी
सदर बाजार में अत्यन्त भीड़-भाड़ व यातायात व्यवस्था बिगड़ी रहने के तथ्यों पर आधारित अग्रिशमन विभाग की रिपोर्ट के बावजूद इस बार प्रशासन ने एक व्यापारी को पटाखे विक्रय का पांच साल के लिए स्थाई लाइसेंस जारी किया है। यह लाइसेंस जनवरी में जारी किया गया।
शिकायत के कारण अटकी अस्थाई लाइसेंस प्रक्रिया
प्रशासन ने नियम कायदों के विपरीत पटाखा विक्रय के स्थाई लाइसेंस तो वर्ष 2022 तक के लिए जारी कर रखे हैं, लेकिन अब शिकायतों को आधार बना कर छोटे दुकानदारों को अस्थाई लाइसेंस जारी करने में आनाकानी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार प्रशासन के पास दो बेनामी शिकायतें पहुंची हैं। इनमें सदर बाजार, तह बाजार, गोल बाजार, जवाहर मार्केट सहित अन्य भीड़ भाड़ वाले इलाकों में पटाखे की दुकानों के लिए अनुमति नहीं देने का आग्रह किया गया है।
बताया जा रहा है कि इन्ही शिकायतों के कारण प्रशासन ने अस्थाई लाइसेंस जारी करने से पहले विधिक राय मांगी है।
अगले साल खुले स्थान पर लग सकती हैं दुकान
दीपावली पर पटाखों की बिक्री के लिए अगले साल दुकानें शहर से बाहर किसी खुले स्थान पर लगवाने की संभावना है। पिछले दो-तीन साल से लगातार शिकायतों का सिलसिला चलने के कारण प्रशासन ऐसा करने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार पिछले साल मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायतें पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने हनुमानगढ़ की तरह यहां भी पटाखों की दुकानें शहर से बाहर लगवाने के उद्देश्य से अग्रिशमन विभाग से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट में अग्रिशमन विभाग ने संसाधनों की कमी बताते हुए हाथ खड़े कर दिए थे। साथ लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रशासन भी इस कदम को उठाने में हिचकिचा रहा था। इस बार नगर निकाय चुनाव नजदीक होने के कारण प्रशासन पटाखे की दुकानें शहर से बाहर करने से परहेज कर रहा है।


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