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लगातार महंगा हो रहा सोना, घर में रखे गोल्ड से आप इस तरह कर सकते हैं 'कमाई,

नई दिल्ली। इंटरनेशनल मार्केट के साथ ही घरेलू बाजार में सोने के भाव में लगातार तेजी बनी हुई है. सोमवार को सोने का भाव बड़े उछाल के साथ 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (जीएसटी समेत) से ऊपर चला गया. बड़े बुजुर्ग पहले से ही कहते आए हैं कि सोना बुरे वक्त का साथी होता है. इसमें निवेश से होने वाले फायदे के बारे में तो आपको पता ही है. लेकिन शायद ही आपको पता हो कि आपके घर में रखी गोल्ड ज्वेलरी भी आपको फायदा पहुंचा सकती है.
दरअसल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले दिनों एक स्कीम शुरू की थी. इस स्कीम का नाम है गोल्ड डिपॉजिट स्कीम. इस स्कीम में आप अपना सोना जमा करके कमाई कर सकते हैं. यदि आपके पास भी सोने के सिक्के या प्योर गोल्ड रखा है तो इस स्कीम में जमा करने पर उस पर ब्याज के साथ कई फायदे मिलते हैं. स्टेट बैंक की इस स्कीम में सोना जमा करते समय आपके सोने की शुद्धता की जांच होती है. शुद्धता के आधार पर बैंक की तरफ से प्रमाण पत्र दिया जाता है. आप अपने सोने को 1 से लेकर 15 साल तक डिपॉजिट रख सकते हैं.
डिपॉजिट की अवधि खत्म होने पर इसे ब्याज समेत वापस ले सकते हैं. आप चाहें तो गोल्ड की जगह पूरी रकम कैश में भी ली जा सकती है. एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, भारतीय नागरिक इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं. जमाकर्ता सिंगल या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवा सकता है. ॥स्न, पार्टनरशिप फर्म भी इसमें निवेश कर सकती हैं. इस स्कीम के तहत कम से कम 30 ग्राम सोना जमा करना जरूरी है. हालांकि, जमा करने की ऊपरी सीमा कोई नहीं है. एसबीआई में इस स्कीम का नाम शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट रखा हैं.
एसबीआई की स्कीम में 1-3 साल के लिए सोने का डिपॉजिट किया जाता है. वहीं, मीडियम और लॉन्ग टर्म के लिए जमा अवधि 5-7 और 12-15 साल है. हालांकि, अगर कोई निवेशक एक साल के पहले यानी तय समय से पहले पैसा निकालता है तो उसे ब्याज पर पेनाल्टी चुकानी पड़ती है. मीडियम टर्म वाली अवधि में निवेशक 3 साल के बाद स्कीम से बाहर हो सकते हैं. लॉन्ग टर्म वाली स्कीम से 5 साल के बाद ही बाहर निकाला जा सकता हैं. मैच्योरिटी से पहले सोना या पैसा वापस लेने पर पेनाल्टी चुकानी होगी.



  






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