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अमेरिका से डेयरी प्रॉडक्ट्स के आयात की इजाजत दे सकता है भारत

नई दिल्ली। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल के अमेरिका दौरे से पहले दोनों देश व्यापार संबंधित कुछ जटिल मुद्दों को सुलझाने की कोशिशें तेज कर सकते हैं। अमेरिका से भारत डेयरी प्रॉडक्ट्स के इम्पोर्ट की अनुमति देने को तैयार है, लेकिन इसके लिए उसे गारंटी देनी होगी ये प्रॉडक्ट्स धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएंगे। भारत में हिंदुओं के लिए धार्मिक तौर पर डेयरी प्रॉडक्ट्स का काफी महत्व है। ये प्रॉडक्ट्स ऐसे पशुओं से नहीं होने चाहिए, जिनके चारे में मांसाहारी चीजें शामिल हों। एक अधिकारी ने कहा, 'हमने धार्मिक संवेदनशीलता पर जोर दिया है।   उन्होंने बताया कि हम अमेरिका से इस प्रमाणपत्र को स्वीकार करेंगे कि मवेशियों को मीट नहीं खिलाया गया है। अमेरिकी डेयरी इंडस्ट्री का कहना है कि अगर भारत मार्केट एक्सेस देता है तो एक्सपोर्ट में अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है। इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी प्रॉडक्ट्स को लेकर भी भारत ने मतभेद सुलझाने का फैसला किया है। इम्पोर्टेड स्मार्टफोन्स के लिए भारत एक प्राइस लिमिट तय करेगा और इससे अधिक प्राइस पर कस्टम्स ड्यूटी लगाई जा सकती है। अमेरिका ने मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉचेज और टेलीकॉम नेटवर्क इक्विपमेंट पर ड्यूटी रेट कम करने की मांग की थी। भारत ने पहले अमेरिका को बताया था कि इस तरह की छूट नहीं दी जा सकती क्योंकि इससे चीन को फायदा होगा। दोनों देश एग्रीकल्चरल प्रॉडक्ट्स और मेडिकल डिवाइसेज की प्राइसिंग को लेकर अपने मतभेद सुलझाने में सफल रहे हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में अमेरिका चाहता है कि भारत चेरी जैसे विशेष अमेरिकी प्रॉडक्ट्स का इम्पोर्ट बढ़ाए। इसके बदले में भारत को आम, अंगूर और अनार के एक्सपोर्ट के लिए प्रक्रिया आसान किए जाने की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर मतभेद पिछले वर्ष अमेरिका के स्टील और एल्युमीनियम प्रॉडक्ट्स पर क्रमश: 25 पर्सेंट और 10 पर्सेंट का अतिरिक्त ग्लोबल टैरिफ लगाने के बाद बढ़े थे। इसके जवाब में भारत ने 16 जून से अमेरिका से एक्सपोर्ट होने वाले 28 प्रॉडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ा दिया था। अमेरिका की ओर से जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (त्रस्क्क) प्रोग्राम के तहत जून की शुरुआत से भारतीय एक्सपोर्ट के लिए 6.3 अरब डॉलर के इंसेंटिव वापस लेने के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत में रुकावट आई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की त्र20 समिट में मुलाकात के बाद बातचीत दोबारा शुरू हुई थी। व्यापार से जुड़े मुद्दों के हल के लिए ही दोनों देशों के कॉमर्स मिनिस्टर जल्द ही मुलाकात करने वाले हैं। भारत की ओर से लगाए जाने वाले इम्पोर्ट टैरिफ की ट्रंप शिकायत करते रहे हैं। ट्रंप को विशेषतौर पर हार्ली-डेविडसन मोटरसाइकिल पर लगने वाले अधिक टैरिफ को लेकर आपत्ति है। अमेरिका और चीन के बीच भी व्यापार से जुड़े मुद्दों को लेकर पिछले वर्ष से विवाद चल रहा है। हालांकि, इससे भारत के एक्सपोर्ट को फायदा मिलने की उम्मीद है।

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