Breaking News

घुंघरुओं की झंकार ने किया मोहित

- ओडिशी नृत्यांगना मधुमिता राउत की प्रस्तुति
श्रीगंगानगर। बीडीआईएस व स्पिक मैके के संयुक्त तत्त्वावधान में बुधवार को विद्यालय के सभागार में घुंघरुओं की झंकार और तबले की थाप के अनूठे संगम के साथ ओडिशी नृत्यांगना मधुमिता राउत व उनकी शिष्या जयंती चक्रवती ने अपने नृत्य की प्रस्तुतियां दीं।
उनके सहयोगी कलाकार हरी नारायण दास (गायन), प्रशांत महाराणा (मृदंग), धीरजकुमार पांडे (बांसुरी) ने उनका साथ दिया।
मधुमिता राउत व शिष्या जयंती चक्रवती ने अपनी भाव भंगिमा व नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह कार्यक्रम आजादी के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किया गया।
मधुमिता राउत ने अपने पिता मायाधर राउत के मार्गदर्शन में नृत्य की शिक्षा ली और उन से शास्त्रीय नृत्य की बारीकियों को सीखा। भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना मधुमिता आज तक अनेक देशों नीदरलैंड, जर्मनी, स्पेन, फ्रांस, यू.एस.ए. आदि में अपनी प्रस्तुितयां दे चुकी हैं। मधुमिता को अनेक अवसरों पर सम्मानित किया गया है। उडीसा राज्य घुंघरू सम्मान, उत्कल कन्या सम्मान, महिला शक्ति सम्मान, भारत निर्माण अवॉर्ड, उडीसा लीविंग लैजेन्डस अवॉर्ड आदि से वे सम्मानित हैं।
विद्यार्थियों ने उनसे बढ़चढ़ कर नृत्य कला से संबंधित प्रश्न किए। जिनका नृत्यांणना ने बहुत ही संतोषजनक जवाब दिए। बच्चों ने उनके साथ मंच भी साझा किया। भारती चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों व प्राचार्या श्रीमती मीतू शर्मा ने उन्हें शॉल व श्रीफल देकर सम्मानित किया।


No comments