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गबन की दौलत से विदेश में सैर सपाटा

- 5 व 7 स्टार होटलों में रुकता था पीटीआई का परिवार
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग में डेपूटेशन पर नियुक्त पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा ने विभाग में 38 करोड़ रुपयों का घपला करके खूब सैर-सपाटा किया। उसने परिवार के लोगों को भी सैर सपाटा करवा कर जिन्दगी में ऐश करवाई। फोकट में करोड़ों रुपए मिलने के कारण ओमप्रकाश के परिवार की एक युवती ने तो विदेश यात्रा भी की।
जांच अधिकारी व पुरानी आबादी पुलिस थाना के प्रभारी दिगपाल सिंह ने बताया कि रिमांड पर चल रहे पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा के भाई मनोज  शर्मा निवासी मिर्जेवाला की पुत्री प्रियंका शर्मा ने विदेश यात्रा की। इस यात्रा में भी गबन की लाखों रुपए की रकम को इस्तेमाल किया गया। दौलत की कोई कमी नहीं थी। ऐसे में ओमप्रकाश शर्मा, उसके भाई मनोज शर्मा व कैलाश शर्मा का परिवार हर तीन-चार माह बाद अपनी लग्जरी गाडिय़ों में दिल्ली, शिमला, हिमाचल सहित अनेक प्रदेशों में घूमने जाते थे। पूछताछ में सामने आया कि शर्मा परिवार जब कभी भी बाहर घूमने जाता था, तो फाइव व सेवन स्टार होटलों में रूकता था। पूरा कुनबा ही लग्जरी लाइफ जी रहा था। जांच अधिकारी ने बताया कि भीषण गर्मी के मौसम में कभी एक पल भी बिना ए.सी नहीं रहने वाले इस परिवार के तीन सदस्य अब हवालात में रात व दिन गुजारते हैं।
शिक्षा विभाग में गबन का तरीका हाथ लगने और पहली बार में सफल होने पर पीटीआई को ऐसा चस्का लगा कि वह हर दो-तीन माह में फर्जी बिल बनाता था और विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आंखें मूंद कर करोड़ों रुपयों का भुगतान करते रहे।
गौरतलब है कि मुख्य आरोपी ओमप्रकाश शर्मा उसका भाई मनोज शर्मा, दूसरे भाई कैलाशचन्द्र शर्मा का पुत्र दुष्यंत शर्मा, पर्ची व क्रिकेट सट्टे का धंधा करने वाले 5 जी छोटी सहारणावाली निवासी कुलवंत सहारण व जवाहरनगर पुलिस थाना क्षेत्र की रामलाल कॉलोनी गली नम्बर 4 निवासी गिरधारीलाल पुत्र लिखमाराम कुम्हार रिमांड पर चल रहे हैं। इस मामले में अब तक डस्टर, अर्टिका व आई 10 ग्रांड कारें बरामद हो चुकी हैं।
पीटीआई की सम्पत्ति अटैच करने की कार्रवाई शुरू
श्रीगंगानगर। शिक्षा विभाग में अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करके 38 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले पीटीआई ओमप्रकाश शर्मा ने करोड़ों की दौलत से सम्पत्तियां अर्जित कर ली। पुरानी आबादी पुलिस अब उसकी सम्पत्तियों को अटैच करवाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जांच अधिकारी दिगपाल सिंह चारण ने बताया कि ओमप्रकाश शर्मा के नाम सद्भावनानगर में पांच मकान-प्लाट है। दो आलीशान कोठियों का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अलावा दो अन्य कोठियां भी हैं। एक में ओमप्रकाश रहता था। रावला में 100 एकड़ जमीन है। यह सारी सम्पत्तियां गबन की राशि से अर्जित की गई। इन सम्पत्तियों की सूची को उपखण्ड अधिकारी व उप पंजीयक कार्यालय में भेज कर सम्पत्ति को अटैच करने की गुजारिश के साथ पत्र भेज दिया गया है। अब दोनों विभाग सम्पत्ति को अटैच करेंगे। इससे इन सम्पत्तियों को बेचने पर प्रतिबंध लग जायेगा।


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