उबर समझकर गलत गाड़ी में बैठी कॉलेज छात्रा
-हत्या के बाद जंगल में मिला शव
नई दिल्ली। अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना में पुलिस ने एक कॉलेज छात्रा की हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। छात्रा उबर समझकर गलत गाड़ी में बैठ गई थी। पुलिस ने बताया की आरोपी का नाम नथैनियल रॉलैंड (24) है। रॉलैंड पर 21 वर्षीय समनथा जोसेफसन के अपहरण और हत्या का आरोप है। जिसे आखिरी बार शुक्रवार सुबह दक्षिण कैरोलिना में देखा गया था। जब जोसेफन का कुछ पता नहीं चला तो उसके दोस्तों ने उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। उसके दोस्तों का कहना है कि वह रात को बार से निकलने के बाद से लापता है। माना जा रहा है कि बार से निकलने के बाद वह उबर समझकर किसी और गाड़ी में सवार हो गई। उसने गाड़ी का दरवाजा खोला और उसमें बैठ गई। बिना ये जाने की वो गाड़ी उबर की थी या कोई और। पुलिस के अनुसार जोसेफन के दोस्तों की शिकायत के बाद उसकी तलाश शुरू की गई। उसका शव एक ग्रामीण हिस्से के गंदगी वाले इलाके में मिला। पुलिस ने एक वीडियो के माध्यम से गाड़ी की जानकारी हासिल की। शनिवार की सुबह इसी गाड़ी जैसी एक गाड़ी पुलिस को मिली। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पुलिस को बाद में उसी गाड़ी में खून के निशान, जोसेफन का फोन और सफाई करने संबंधित कई सामान मिले। गाड़ी की डिक्की में भी खून के निशान पाए गए। इससे पहले जुलाई 2017 में उबर टेकनोलॉजी इन्क ने एक जन जागरुकता अभियान चलाया था। जिसमें उबर के नाम पर हो रहे घोटाले और यात्रियों द्वारा गलत गाड़ी में चढऩे को लेकर जानकारी दी गई थी। इस अभियान में लोगों को कहा गया था कि जो उबर बुक कराई है उसमें बैठने से पहले ये जांच लें कि ये वही है जो आपने बुक कराई है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि दिखने में उबर जैसी है लेकिन उबर नहीं है। ये बातें जानने के लिए उबर के एप से सहायता मिलेगी। अगर एप में दी गई जानकारी मेल नहीं खाती है तो उस गाड़ी में ना चढ़ें।
नई दिल्ली। अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना में पुलिस ने एक कॉलेज छात्रा की हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। छात्रा उबर समझकर गलत गाड़ी में बैठ गई थी। पुलिस ने बताया की आरोपी का नाम नथैनियल रॉलैंड (24) है। रॉलैंड पर 21 वर्षीय समनथा जोसेफसन के अपहरण और हत्या का आरोप है। जिसे आखिरी बार शुक्रवार सुबह दक्षिण कैरोलिना में देखा गया था। जब जोसेफन का कुछ पता नहीं चला तो उसके दोस्तों ने उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। उसके दोस्तों का कहना है कि वह रात को बार से निकलने के बाद से लापता है। माना जा रहा है कि बार से निकलने के बाद वह उबर समझकर किसी और गाड़ी में सवार हो गई। उसने गाड़ी का दरवाजा खोला और उसमें बैठ गई। बिना ये जाने की वो गाड़ी उबर की थी या कोई और। पुलिस के अनुसार जोसेफन के दोस्तों की शिकायत के बाद उसकी तलाश शुरू की गई। उसका शव एक ग्रामीण हिस्से के गंदगी वाले इलाके में मिला। पुलिस ने एक वीडियो के माध्यम से गाड़ी की जानकारी हासिल की। शनिवार की सुबह इसी गाड़ी जैसी एक गाड़ी पुलिस को मिली। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पुलिस को बाद में उसी गाड़ी में खून के निशान, जोसेफन का फोन और सफाई करने संबंधित कई सामान मिले। गाड़ी की डिक्की में भी खून के निशान पाए गए। इससे पहले जुलाई 2017 में उबर टेकनोलॉजी इन्क ने एक जन जागरुकता अभियान चलाया था। जिसमें उबर के नाम पर हो रहे घोटाले और यात्रियों द्वारा गलत गाड़ी में चढऩे को लेकर जानकारी दी गई थी। इस अभियान में लोगों को कहा गया था कि जो उबर बुक कराई है उसमें बैठने से पहले ये जांच लें कि ये वही है जो आपने बुक कराई है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि दिखने में उबर जैसी है लेकिन उबर नहीं है। ये बातें जानने के लिए उबर के एप से सहायता मिलेगी। अगर एप में दी गई जानकारी मेल नहीं खाती है तो उस गाड़ी में ना चढ़ें।
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