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बच्चों के लिए टैबलेट में इन बातों का रखें ध्यान

पापा-ममी का फोन हो या टैबलेट, ये गैजट घर में अक्सर बच्चों के हाथ में ही नजर आते हैं। एजुकेशन से जुड़े ऐप्स और फीचर आने के बाद से तो टचस्क्रीन डिवाइस बच्चों के लिए अच्छी लर्निंग डिवाइस बन गई हैं। तो क्या वक्त आ गया है कि हम बच्चों को टैब्लेट्स से खेलने की आदत डालें। अगर हां तो किन बातों का रखें ध्यान और कम दाम के टैब्लेट्स में क्या हैं ऑप्शन
सिर्फ पढ़ाई की हो बात
अधिकतर टैब्लेट्स ऐंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आ रहे हैं। ऐंड्रॉयड में ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने के प्ले स्टोर पर कई अश्लील ऐप्स भी हैं और कई ऐसे भी जिनके वायरस का खतरा है। ऐसे में ध्यान देना होगा कि बच्चे गलती से ऐसे ऐप्स पर न जाएं। कुछ ऐसी एजुकेशनल टैब्स हैं जो ऐंड्रॉयड पर ऑपरेट करती हैं लेकिन ऐप्स के लिए प्ले स्टोर पर एक्सेस देने के बजाय अपने स्टोर से देती हैं। इसमें आप एचसीएल और माइक्रोमैक्स की एजुकेशनल टैब्लेट्स को खासतौर पर देख सकते हैं। आकाश भी कुछ इसी तरह के फीचर के साथ आ रहा है, लेकिन अभी तक इसके सभी वर्जन आम लोगों की पहुंच से दूर ही हैं।
एंटी वायरस करेगा हेल्प
आपके पास अगर इस तरह की टैबलेट है जिसमें ऐप स्टोर के लिए फ्री एक्सेस है, तब भी चिंता की बात नहीं है। मोबाइल और टैबलेट सिक्यूरिटी के लिए इस तरह के सॉफ्टवेयर आ गए हैं जो प्रोटेक्शन देते हैं। मसलन एंटी वायरस सॉफ्टवेयर कंपनी कास्परेस्की ने पैरंटल कंट्रोल वाला ऐप्लिकेशन निकाला है, जो आपके बच्चों के टैबलेट को न सिर्फ स्पैम और वायरस अटैक से बचाता है बल्कि एडल्ट कंटेंट वाले ऐप्स को भी फिल्टर करता है।
वेब फिल्टरिंग में पॉर्न, हिंसा और ड्रग्स से जुड़ी वेबसाइट ब्लॉक होती हैं और ऐप कंट्रोल फीचर से आप तय कर सकते हैं कि किस तरह के ऐप्स डिवाइस पर चलें।
आंखों का रखें ख्याल
स्क्रीन की तरफ लगातार देखते रहना भी आंखों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि स्क्रीन की रिजॉलूशन ऐसा हो कि आंख पर स्ट्रेस न पड़े। ज्यादा पिक्सल होने से स्क्रीन पर तस्वीर क्लियर नजर आती है और आखों पर कम दबाव पड़ता है। कई जानकार कहते हैं कि पिक्सल से ज्यादा अहम है कि आपके आसपास की लाइटिंग और टैब की स्क्रीन की चमक में कितना अंतर है, कितनी दूरी है और आप कितनी देर तक लगातार उस पर काम करते हैं।
इन बातों का ध्यान जरूर रखें
20 मिनट से ज्यादा लगातार काम न करें, ब्रेक लें, चेहरे से 20 इंच की दूरी पर रखें। इस तरह के टिप्स बच्चों को देना और उन पर अमल कराना जरूरी है।
सोच समझ कर चुनें अपना टैब
आप अगर बच्चों की पढ़ाई को फोकस में रखते हुए टैबलेट लेना चाहते हैं तो ऐसी टैबलेट चुनें जो एजुकेशनल कंटेंट के साथ प्री लोडेड आती है। मसलन एचसीएल की रू4 श्वस्रह्व2शह्म्द्यस्र ञ्जड्डड्ढ में आपको केजी से 12वीं तक का सीबीएसई कोर्स मटीरियल, क्वेश्चन बैंक, आदि प्री लोडेड मिलेगा, इसी तरह आई बॉल की एडु स्लाइड टैब में पहली से 12वीं तक सीबीएसई और महाराष्ट्र बोर्ड का कंटेंट पहले से हैं।


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