Breaking News

ना सफाई व्यवस्था, ना ही शहर को पशुओं से मुक्ति

- कागजों में दावे कर रहा नगरपरिषद प्रशासन
श्रीगंगानगर। शहर में भले ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत गुप्त सर्वे हो रहे हों, इन सर्वे में चाहे नगरपरिषद के खिलाफ रिपोर्ट जा रही हो, लेकिन इसका प्रशासन पर कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा। आज भी शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। बेसहारा पशु समस्या बने हुए हैं। समाधान के लिए कागजों में दाव हो रहे हैं, लेकिन धरातल पर काम नहीं।
गोल बाजार क्षेत्र में महावीर शॉपिन्ग सेंटर के आसपास होटलों के कारण गंदगी फैली रहती है। एक होटल संचालकों ने तो सड़क किनारे ही बर्तन धोने की शिंक और वाशफिशन लगा रखे हैं। इस कारण वहां गंदगी और गंदा पानी फैला रहता है।
 इसी तरह पुरानी आबादी ट्रक यूनियन पुलिया के पास बेसहारा पशुओं के कारण लोग परेशान हैं। ये पशु दुर्घटना का कारण तो बनते ही हैं, इससे गंदगी भी फैल रही है। ऐसे ही हालात पदमपुर रोड पर कल्याण भूमि के बाहर दीवार के साथ देखे जा रह हैं, जहां गंदगी में पशुओं को मुंह मारते देखा जा सकता है।
यूआईटी क्षेत्र में वृद्धाश्रम रोड पर भी ऐसी ही स्थिति है। मुख्य नाले की सफाई नहीं होने के कारण गंदे पानी की निकासी बाधित है। नाला कचरे से अटा पड़ा है। कई महीनों से नाले की सफाई नहीं हुई। नाला क्षतिग्रस्त होने से आसपास के भवनों को नुकसान पहुंच रहा है।

No comments