एनएचएम के जरिए सुधारी जाएगी टॉयलेट्स की स्थिति
- मरम्मत से पहले हो रही है टॉयलेट्स की मार्किंग
श्रीगंगानगर। जिला राजकीय चिकित्सालय के टॉयलेट्स की स्थिति एनएचएम के जरिए सुधारी जाएगी। इससे पहले चिकित्सालय के सभी टॉयलेट्स की मार्किंग के साथ-साथ उनकी समस्याएं नोट की जा रही हैं ताकि उसी अनुरुप उनका समाधान किया जा सके।
पीएमओ डॉ. पवन सैनी ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशों की पालना में टॉयलेट्स की स्थिति सुधारने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। एनएचएम के जेईएन मुनीर, डॉ. संजीव तनेजा और प्लम्बर की कमेटी बनाई गई है। कमेटी दो-तीन दिनों में जिला चिकित्सालय के सभी (तकरीबन 125) टॉयलेट्स की मार्किंग करेगी और इनमें व्यापत समस्याओं की जानकारी जुटाएगी।
इसके तहत फ्लश, वॉश बेसिन, टूंटी, प्रेशर पाइप, ब्लॉकेज, टाइल, फ्लोर से लेकर वेस्टेज की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद सभी मरम्मत कार्यांे का एस्टीमेट बनाकर एनएचएम एक्सईएन को प्रस्ताव बनवाकर भिजवाया जाएगा। आरएमआरएस अध्यक्ष, जिला कलक्टर को भी एस्टीमेट की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद एस्टीमेट के आधार पर उक्त कार्य के लिए टेंडर कॉल किए जाएंगे।
श्रीगंगानगर। जिला राजकीय चिकित्सालय के टॉयलेट्स की स्थिति एनएचएम के जरिए सुधारी जाएगी। इससे पहले चिकित्सालय के सभी टॉयलेट्स की मार्किंग के साथ-साथ उनकी समस्याएं नोट की जा रही हैं ताकि उसी अनुरुप उनका समाधान किया जा सके।
पीएमओ डॉ. पवन सैनी ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशों की पालना में टॉयलेट्स की स्थिति सुधारने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। एनएचएम के जेईएन मुनीर, डॉ. संजीव तनेजा और प्लम्बर की कमेटी बनाई गई है। कमेटी दो-तीन दिनों में जिला चिकित्सालय के सभी (तकरीबन 125) टॉयलेट्स की मार्किंग करेगी और इनमें व्यापत समस्याओं की जानकारी जुटाएगी।
इसके तहत फ्लश, वॉश बेसिन, टूंटी, प्रेशर पाइप, ब्लॉकेज, टाइल, फ्लोर से लेकर वेस्टेज की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद सभी मरम्मत कार्यांे का एस्टीमेट बनाकर एनएचएम एक्सईएन को प्रस्ताव बनवाकर भिजवाया जाएगा। आरएमआरएस अध्यक्ष, जिला कलक्टर को भी एस्टीमेट की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद एस्टीमेट के आधार पर उक्त कार्य के लिए टेंडर कॉल किए जाएंगे।

No comments